Categories: Hindi News

Up Assembly Election 2022 Tomorrow Satta Ka Sangram In Kannauj Chai Par Chunavi Charcha Youth Ki Baat Aadhi Aabadi Ki Baat Live Debate Discussion With Amar Ujala – Up Election 2022 : कन्नौज में क्या होंगे चुनावी मुद्दे? आज युवा और महिलाएं करेंगी चर्चा, नेताओं से पूछे जाएंगे सवाल


{“_id”:”619895d1a4c8824ea621de9e”,”slug”:”up-assembly-election-2022-tomorrow-satta-ka-sangram-in-kannauj-chai-par-chunavi-charcha-youth-ki-baat-aadhi-aabadi-ki-baat-live-debate-discussion-news-updates-in-hindi”,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”UP Election 2022 : कन्नौज में क्या होंगे चुनावी मुद्दे? आज युवा और महिलाएं करेंगी चर्चा, नेताओं से पूछे जाएंगे सवाल”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कन्नौज
Published by: हिमांशु मिश्रा
Updated Mon, 22 Nov 2021 12:05 AM IST

सार

‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ आज कन्नौज में होगा। ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से समृद्ध कन्नौज में तीन विधानसभा क्षेत्र हैं। 2017 चुनाव में दो सीटों पर भाजपा और एक पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी। 

अब कन्नौज में सत्ता का संग्राम
– फोटो : अमर उजाला

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

माना जाता है कि इत्र की नगरी कही जाने वाली कन्नौज में ही मूल रूप से कान्यकुब्ज ब्राह्मणों का वास है। सम्राट हर्षवर्धन के शासन काल में कन्नौज का नाम काफी प्रसिद्ध हुआ था। ये जिला इत्र के अलावा तंबाकू के व्यापार के लिए भी मशहूर है। राजनीतिक रूप से भी कन्नौज काफी चर्चित है।

यहीं से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने 2014 और 2019 में सांसद का चुनाव लड़ा था। 2019 में वह भाजपा के सुब्रत पाठक से हार गई थीं। तीन विधानसभा क्षेत्रों में दो पर भाजपा और एक पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है। अगले साल यहां होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर फिर से तैयारियां तेज हो गई हैं। ऐसे में इस बार चुनाव को लेकर आम लोगों की क्या राय है?

क्या भाजपा सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी उतरी है? आम लोगों के लिए चुनाव में मुद्दे क्या होंगे? युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सरकार की किन फैसलों से खुश हैं और किनसे नाराज? इन सवालों का जवाब जानने के लिए आज ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ कन्नौज पहुंचेगा। 

चाय पर चर्चा से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में महिलाओं, युवाओं और प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत होगी। आप भी ‘अमर उजाला’ के इस मंच से जुड़ सकते हैं। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

कब और कहां होंगे कार्यक्रम?

1. सुबह 8 बजे
चाय पर चर्चा
स्थानः बस स्टैंड सरायमीरा कन्नौज

2. दोपहर 12 बजे
आधी आबादी से चर्चा
स्थान- कलक्ट्रेट पार्क

3. दोपहर दो बजे
युवाओं से चर्चा
स्थान- बोर्डिंग मैदान कन्नौज

4. शाम 4 बजे
राजनीतिक दलों से चर्चा
स्थानः लोहिया पार्क मानपुर रोड

अब तक इन जिलों में हुआ कार्यक्रम
अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नौ जिलों में ‘अमर उजाला’ का यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई होते हुए फर्रुखाबाद पहुंचा। अब अगला पड़ाव कन्नौज है।   

‘सत्ता का संग्राम’ में क्या होगा खास?
चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहत अमर उजाला हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे। अमर उजाला आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था
‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।

इस विशेष कवरेज को आप कहां देख सकेंगे?

  • अमर उजाला अखबार और amarujala.com पर आपको कार्यक्रम स्थल की जानकारी मिलेगी।
  • ‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़ा व्यापक जमीनी कवरेज आप अमर उजाला अखबार में पढ़ सकेंगे।
  • amarujala.com पर आप कार्यक्रमों को लाइव देख सकेंगे।
  • सभी कार्यक्रम अमर उजाला डिजिटल के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल पर भी देखे जा सकेंगे।
  • इन सभी कार्यक्रमों के जरिए दर्ज होने वाली जनता की आवाज विशेष रूप से अमर उजाला के पॉडकास्ट “आवाज” पर भी उपलब्ध रहेगी।

विस्तार

माना जाता है कि इत्र की नगरी कही जाने वाली कन्नौज में ही मूल रूप से कान्यकुब्ज ब्राह्मणों का वास है। सम्राट हर्षवर्धन के शासन काल में कन्नौज का नाम काफी प्रसिद्ध हुआ था। ये जिला इत्र के अलावा तंबाकू के व्यापार के लिए भी मशहूर है। राजनीतिक रूप से भी कन्नौज काफी चर्चित है।

यहीं से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने 2014 और 2019 में सांसद का चुनाव लड़ा था। 2019 में वह भाजपा के सुब्रत पाठक से हार गई थीं। तीन विधानसभा क्षेत्रों में दो पर भाजपा और एक पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है। अगले साल यहां होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर फिर से तैयारियां तेज हो गई हैं। ऐसे में इस बार चुनाव को लेकर आम लोगों की क्या राय है?

क्या भाजपा सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी उतरी है? आम लोगों के लिए चुनाव में मुद्दे क्या होंगे? युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सरकार की किन फैसलों से खुश हैं और किनसे नाराज? इन सवालों का जवाब जानने के लिए आज ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ कन्नौज पहुंचेगा। 

चाय पर चर्चा से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में महिलाओं, युवाओं और प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत होगी। आप भी ‘अमर उजाला’ के इस मंच से जुड़ सकते हैं। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

कब और कहां होंगे कार्यक्रम?

1. सुबह 8 बजे

चाय पर चर्चा

स्थानः बस स्टैंड सरायमीरा कन्नौज

2. दोपहर 12 बजे

आधी आबादी से चर्चा

स्थान- कलक्ट्रेट पार्क

3. दोपहर दो बजे

युवाओं से चर्चा

स्थान- बोर्डिंग मैदान कन्नौज

4. शाम 4 बजे

राजनीतिक दलों से चर्चा

स्थानः लोहिया पार्क मानपुर रोड

अब तक इन जिलों में हुआ कार्यक्रम

अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नौ जिलों में ‘अमर उजाला’ का यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई होते हुए फर्रुखाबाद पहुंचा। अब अगला पड़ाव कन्नौज है।   

‘सत्ता का संग्राम’ में क्या होगा खास?

चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहत अमर उजाला हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे। अमर उजाला आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था

‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।

इस विशेष कवरेज को आप कहां देख सकेंगे?

  • अमर उजाला अखबार और amarujala.com पर आपको कार्यक्रम स्थल की जानकारी मिलेगी।
  • ‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़ा व्यापक जमीनी कवरेज आप अमर उजाला अखबार में पढ़ सकेंगे।
  • amarujala.com पर आप कार्यक्रमों को लाइव देख सकेंगे।
  • सभी कार्यक्रम अमर उजाला डिजिटल के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल पर भी देखे जा सकेंगे।
  • इन सभी कार्यक्रमों के जरिए दर्ज होने वाली जनता की आवाज विशेष रूप से अमर उजाला के पॉडकास्ट “आवाज” पर भी उपलब्ध रहेगी।



Source link

Recent Posts

Fire breaks out at Kenya girls’ school days after inferno killed 21

A fire has broken out at a girls’ school in central Kenya just two days after a boarding school inferno… Read More

7 hours ago

Daughter of Dominique Pélicot Accused of Raping Wife Reveals Her Own Fears

The daughter of a French woman who was allegedly drugged and sexually assaulted repeatedly by her husband and dozens of… Read More

10 hours ago

Mexico arrests alleged cartel kingpin tied to 43 missing students

Gildardo Lopez Astudillo’s arrest comes weeks before the 10th anniversary of the students’ disappearance.Authorities in Mexico say they have arrested… Read More

13 hours ago

Hamas releases heartbreaking video of slain Israeli-American Hersh Goldberg-Polin, family calls it a 'wake-up call to the world' – New York Post

Hamas releases heartbreaking video of slain Israeli-American Hersh Goldberg-Polin, family calls it a 'wake-up call to the world'  New York Post… Read More

1 day ago

How will the US economy shape its presidential election? | Business and Economy

With two months to go before the US presidential election, the candidates are outlining their vision for the world’s biggest… Read More

1 day ago

China says it will stop most international adoptions : NPR

Spanish couples take their newly adopted Chinese children for a walk in Beijing's Tiananmen Square, March 7, 2007. Greg Baker/AP… Read More

1 day ago

This website uses cookies.