डिजिटल डेस्क, सैन फ्रांसिस्को। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने मोबाइल पर एक्सेलेरेटेड मोबाइल पेज (एएमपी) के लिए अपना समर्थन चुपचाप वापस ले लिया है। एक सपोर्ट पेज ने इसकी जानकारी दी। द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, सपोर्ट पेज ने मूल रूप से विस्तृत रूप से बताया कि कैसे ट्विटर अपने मोबाइल ऐप के यूजर्स को सोशल नेटवर्क पर पोस्ट किए गए लिंक से पेज के एएमपी संस्करण में स्वचालित रूप से भेजेगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि, 21 अक्टूबर के बाद से, ट्विटर ने एक नोटिस के साथ पेज को अपडेट करते हुए कहा कि वह साल के अंत तक इस फीचर को समाप्त कर रहा है। सर्च इंजन लैंड के आंकड़ों के मुताबिक, यह सेवानिवृत्ति की प्रक्रिया इस महीने की शुरुआत में पूरी हो गई है।
अब, ट्विटर से किसी पृष्ठ पर जाने का प्रयास करने से ऐसा प्रतीत होता है कि उपयोगकर्ता सीधे नियमित वेब पेज पर भेज रहे हैं, बजाय एएमपी संस्करण के जो उपलब्ध हो सकता है। हालाँकि ट्विटर नोट करता है कि एएमपी तेज-लोडिंग, सुंदर, उच्च-प्रदर्शनवाले मोबाइल वेब अनुभवों की अनुमति देता है, लेकिन यह तकनीक तब से विवादास्पद साबित हुई है जब से गूगल ने इसे 2015 में पेश किया था। अधिकांश विवाद परियोजना के गूगल के कथित नियंत्रण के इर्द-गिर्द केंद्रित थे, कुछ आलोचकों ने दावा किया कि यह खुले वेब पर अपने नियंत्रण को सुदृढ़ करने के गूगल के प्रयास के बराबर है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह एक कठिन स्थिति है जिसके कारण ब्राउजर एक्सटेंशन का निर्माण हुआ है जो भ्रम को कम करने के लिए स्वचालित रूप से एएमपी पृष्ठों को मूल लेख यूआरएल पर पुनर्निर्देशित करता है। ट्विटर का सपोर्ट दस्तावेज नीति में बदलाव का कारण नहीं बताता है। कंपनी का यह कदम मई 2020 में ही गूगल के नीतिगत बदलाव के बाद आया है, जब उसने घोषणा की थी कि अब उसे अपने सर्च इंजन के टॉप स्टोरीज सेक्शन में अपने पेज के एएमपी वर्जन पेश करने के लिए न्यूज साइट्स की जरूरत नहीं होगी।
(आईएएनएस)