क्या इंडिया में WhatsApp बेन किया जा सकता है और क्या है New Signal App ?

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WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी बदलते ही Signal App को लाखो बार डाउनलोड किया जा चुका है। WhatsApp पर निजता अधिकार कानून का उल्लंघन का आरोप क्यों लगाया गया है।

आज हम इस आर्टिकल में बात करने वाले है, WhatsApp के बारे में जिसकी प्राइवेसी पॉलिसी चेंज करने के बाद यह काफी चर्चा में बना हुआ है, एक तरफ WhatsApp को बेन करने की आवाज भी उठाई जा रही है, आखिर क्या है सारा मामला ? विस्तार से जानेंगे।

WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी बदलते ही इसने उपयोगकर्ताओं की चिंता को बड़ा दिया है, जिसमें WhatsApp द्वारा फेसबुक और इंस्टाग्राम के साथ डाटा साझा किया जायेगा। जिससे हमारी प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है। इसी दिक्कत का सोलुशन बनी Signal App अब तक लाखो बार डाऊनलोड की जा चुकी है, क्योकि इसमें आपको WhatsApp से ज़्यादा सिक्योरिटी मिल रही है और आप अपनी चैट वगेरा भी प्राइवेट रख सकते है, जो अब WhatsApp में पॉसिबल नहीं रह गया है। Signal App बाकी अन्य एप्स के मुकाबले में भी ज्यादा सिक्योर है और इस एप को काफी अच्छी रेटिंग भी मिली है। Signal एप इंडिया में प्ले स्टोर पर टॉप पर बना हुआ है, इसे आप आसानी से अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल कर यूज़ कर सकते हैं।

सबसे पहले बात करते है Signal App की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में और यह कितना सिक्योर है। Signal App को WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी चेंज होने के बाद सबसे ज्यादा फायदा मिला है। यह प्ले स्टोर पर उपलब्ध टॉप messaging एप है और इसने WhatsApp को भी पीछे छोड़ दिया है। Signal Massaging एप की स्थापना 2014 में WhatsApp के को फाउंडर Brian Acton ने की थी। Brian Acton ने WhatsApp को छोड़ने के बाद 2017 में Signal Messaging App में लगभग 50 मिलियन का इन्वेस्ट किया था। इंडिया में Signal की लोकप्रियता तो बड़ी ही साथ ही WhatsApp पर निजता के उल्लंघन का आरोप भी लगाया जा रहा है, जो WhatsApp के लिए खतरा बन सकता हैं। और अब तो इसके बेन की मांग भी की जा रही है।

WhatsApp बेन न्यूज़

CAIT Confederation of All India Traders ने WhatsApp की नयी प्राइवेसी पॉलिसी के विरोद्ध में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर इसके बेन करने की मांग की है। CAIT एक छोटे व्यापारियों का संघटन हैं। CAIT का कहना है की यह भारतीयों की निजता के लिए ख़तरा है और इसे बनाये रखने के लिए WhatsApp को बेन किया जाये।

इस मामले को लेकर भारत सरकार की और से पूरी तरह छान-बीन की जा रही है। अगर यह निजता कानून का उल्लंघन का आरोप साबित होता है, तो शायद WhatsApp और फेसबुक पर ख़तरा बड़ सकता है या फिर इन्हें बेन भी किया सकता है।

याचिका दायर करने वाले एडवोकेट विवेक नारायण शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा की सुप्रीम कोर्ट में कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के लिए जनहित याचिका दायर की है। इसमें आगे लिखते हुए कहाँ की मेरे लिए जो महत्वपूर्ण बिंदु हैं, वो यह है की फॉरेंसिक और तकनीकी ऑडिट कंपनियों के डाटा सेंटर में होने चाहिये।

आपको बताते चले की WhatsApp ने फेसबुक और इंस्टाग्राम का टेक्निकल ऑडिट कराने के लिए कहाँ था, इसी सबंध में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र भी लिखा था। जिसमे टेक्निकल ऑडिट की मांग की गयी है। CAIT के द्वारा मांग की गयी है की सबसे पहले ऑडिट कराये कि क्या इन प्लेटफॉर्म्स के बीच किसी प्रकार का डाटा शेयर हुआ है। अगर ऐसा हुआ है, तो इसका क्या-क्या यूज़ किया गया है। इसके अलावा CAIT की अन्य माँग यह भी है की कंपनी बताये की देश के नागरिको से जो डाटा लिया गया है, वो इंडिया में सिक्योर हैं या फिर किसी अन्य देश में भेज दिया गया है।

WhatsApp New प्राइवेसी पॉलिसी

WhatsApp ने अपनी प्राइवेसी पालिसी को हाल ही में अपडेट किया है। जिसके अंतर्गत यूजर को WhatsApp की टर्म्स एंड कंडीशन में अपनी सहमति जतानी होगी। या फिर पॉपअप नोटिफिकेशन को एक्सेप्ट करना होगा। अगर ये टर्म्स एंड कंडीशन पर आप अपनी सहमति व्यक्त नहीं करते है, तो 15 मई 2021 तक आपका आकउंट बंद कर दिया जायेगा। या फिर आपको खुद ही डिलीट करना पड़ सकता है। WhatsApp कंपनी ने जो नयी प्राइवेसी पॉलिसी लेकर आई है, उसमें यह भी जानकारी दिए गयी है कि फेसबुक और इंस्टाग्राम के लिए WhatsApp कैसे काम करता है और WhatsApp कंपनी में इंटीग्रेशन का ऑफर भी देती है।

Signal App

Signal Messaging App को WhatsApp के ही को फाउंडर Brian Acton द्वारा बनाया गया है। इन्होंने 2014 में Signal फॉउण्डेशन की शुरुआत की थी। जिसके बाद 2017 में 50 मिलियन डॉलर का इन्वेस्ट किया। आपको बताते चले की Brian Acton WhatsApp कंपनी को छोड़ चुके है।

कैसे चर्चा में आई Signal App

हाल ही में WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी को अपग्रेड करते हुए यूजर की गोपनीयता और चैट वगेरा की जानकारी और अन्य डाटा को WhatsApp द्वारा फेसबुक और इंस्टाग्राम से शेयर की जाने की बात सामने आई थी। जिससे उपयोगकर्ता की प्राइवेसी बरकरार नहीं रह पायेगी, जिसके बारे में काफी चर्चाये भी चल रही थी। लेकिन तभी टेस्ला के को-फाउंडर एलन मस्क ने एक ट्वीट करते हुए अपने फैंस को Signal App यूज़ करने की सलाह दी। जिसके बाद उनके इस ट्वीट को लाखों लोग लाइक कर चुके है, और हजारो लोगों द्वारा रीट्वीट किया गया है। इस सारे प्रकरण से Signal App को काफी फायदा हुआ और यह एप कुछ ही दिनों में कई मिलियन्स बार इंस्टॉल की जा चुकी है।

Signal App विशेषता

  • डाटा सर्वर पर स्टोर नहीं होता – Signal App का दावा है की यह चैटिंग का एक भी हिस्सा सर्वर पर स्टोर नहीं करती है। आपकी हिस्ट्री आपके फ़ोन में ही रहती है और यदि आपका फ़ोन खो जाता है या ख़राब हो जाता है, तो ऐसी स्तथि में चैटिंग हिस्ट्री भी ख़त्म हो जाएगी।
  • यह डाटा शेयर नहीं करती – Signal App अपना डाटा किसी अन्य कंपनी के साथ शेयर नहीं करती है। यह बात कंपनी ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में कही है।
  • पहचान की गोपनियता – यह एप आपकी पहचान को उजागर नहीं करता। यह मोबाइल नम्बर के अलावा कोई और जानकारी नहीं लेता है।

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