दोस्तों आज के लेख में हम जानेंगे What is online gaming ? (ऑनलाइन गेमिंग क्या है) या What is online and offline gaming. ? What is the difference online and offline gaming. ?
Online Gaming के बारे में हम यहां हम जानेंगे, तो चलिए सबसे पहले गेम्स के बारे में ही बात करते है. लगभग हम सभी गेम खेलना तो पसंद करते ही है.चाहे वो मोबाइल, लैपटॉप के माध्यम से खेले जाने वाले गेम हो या भौतिक रूप (फिजिकल गेम्स) खेले जाने वाले गेम.
हम सभी ने बचपन से लेकर आज तक कई गेम्स का आनंद लिया है। लेकिन अब दौर बदल चुका है. आज लोग ग्राउंड में जाकर खेलने की वजाय घर बैठे मोबाइल फ़ोन, कंप्यूटर के माध्यम से गेम खेलना को ज्यादा पसंद करते है।
Online Gaming वैसे तो कुछ चीजों में काफी अच्छा है. जिससे आप नई चीजों के बारे में जानते है और ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये कई अन्य लोगो से भी जुड़ते है। इसमें कुछ गेम्स तो आपको I.Q. को भी बेहतर बनाने के लिए भी सहायक होते है.
Online Game कुछ तरह के भी होते है, जिनको खेलकर आप कुछ पैसे कमा सकते है, इसमें तो कुछ फ्री होते है और कुछ गेम्स में पैसे भी लगाने पड़ते है।
इन गेम्स में आप नए-नए टास्क को पूरा करते है, ताकि आप उनमे और बेहतर कर सके और आगे बढ़ सके, जिसमें आपको कुछ पॉइंट्स दिए जाते है। ये गेम आपकी इनफार्मेशन को भी बढ़ाते है।
गेमिंग प्लेटफार्म में जब हम Online Gaming करते है, तो इसके कई दुष्परिणाम भी होते है। But कई गेम्स तो ऐसे होते भी है. जिनकी हमे लत भी लग जाती है। जिनको लेकर आये दिन कई दुर्घटनाएं या दुष्परिणाम के केस सुनने को मिलते ही है.
इन गेम्स का अक्सर शिकार बच्चे बनते है और अपनी जान भी गवां देते है. Therefore Online Gaming के कुछ नुकसान हमारी सेहत पर भारी पड़ते है, जिससे हमारा स्वास्थ्य भी ख़राब होता है।
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पहले अक्सर गेम्स ऐसे खेले जाते थे, जिससे हमारे शरीर और दिमाग दोनों की वर्जिस हुआ करती थी। Because ब ऑनलाइन गेमिंग ने आज की युवा पीड़ी को ग्राउंड और शारीरिक शक्ति वाले खेलो से लगभग दूर ही कर दिया है, जिससे आज ये जनरेशन ज्यादातर ऑनलाइन और ऑफलाइन गेम्स को ज्यादा पसंद करती है.
इसी के कारण आज की ये युवा पीड़ी सिर्फ ऐसे ही गेम्स को प्राथमिकता दे रही है, जो एक जगह बैठ कर खेले जा सकते हो। Therefore आईये जानते ऑनलाइन गेमिंग के सभी पेहलुओ के बारे में तो सबसे पहले What is online gaming ? ऑनलाइन गेमिंग क्या है।
What is online gaming –
Online Gaming वह गेमिंग होती है, जिसे हम इंटरनेट के माध्यम खेलते है। इन गेम्स में हम कई दोस्तों के साथ गेम्स खेल सकते है और उन्हें भी अपने गेम में invite कर सकते है.
ऑनलाइन गेमिंग कई गेम्स ऐसे भी होते है, जिन्हे आप एक टास्क की तरह भी खेल सकते है। इस तरह के सभी गेम्स Online Gaming का हिस्सा होते है।
Online Gaming वह गेम्स जो लैपटॉप या मोबाइल के जरिये इंटरनेट के माध्यम से खेले जाते है, जिसमें मल्टीप्लयेर एक साथ ही अपने-अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर गेम खेलते है, इसी को online gaming कहते है।
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Online Gaming और Offline Gaming में क्या अंतर है ? (What is the difference between online and offline games)
ऐसे कई games जो केवल ऑनलाइन ही खेले जा सकते है, इसके विपरीत, जब हम कुछ ऐसे games जो download करने के बाद बिना इंटरनेट कनेक्शन के खेलते है या बिना किसी कनेक्शन के खेलते हैं, तो इसे ऑफ़लाइन गेमिंग कहा जाता है। ये ऐसा ही है, जैसे हम ऑनलाइन और ऑफलाइन वीडियो देखते है।
पॉपुलर ऑनलाइन गेम्स/ वेबसाइट (Popular online games) –
दोस्तों यहां हम टॉप 10 गेम्स के बारे में बताने वाले है जो 2022 में सबसे ज्यादा लोकप्रिय रहे है – दोस्तों वैसे कई तरह के गेम windows, MacOS और Android, iOS प्लेटफार्म के लिए बड़ी संख्या में गेम्स मौजूद है. ऑनलाइन गेम आंशिक रूप से लोकप्रिय (Popular) हैं क्योंकि आज के समय में कई बेहतरीन गेम्स मुफ्त में उपलब्ध हैं।
उपयोगकर्ता दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ ऑनलाइन गेम खेल सकते है, आप यहां एक-दूसरे से टक्कर ले सकते हैं और एक-दूसरे के साथ सहयोग भी कर सकते हैं। हम आपको 2022 में खेलें जाने वाले टॉप 10 लोकप्रिय गेम्स (10 Best Online Games to Play in 2022) के बारे मे जानकारी देंगे।
इसमें हर साल टॉप करने वाले नए गेम (New game) हैं जो बहुत सारे वादे और क्षमता (promise and potential) के साथ आते हैं, लेकिन बहुत सारे भारी-भरकम (heavy-hitting) खिताब वाले गेम भी हैं जो कई सालों तक अपनी लोकप्रियता बनाए हुए हैं, जो इस प्रकार है –
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१. BUBG .
2. Fortnight.
३. Pari Match India.
४. Call of Duty: Black Ops.
५. Minecraft.
6. DotA 2
7. CS: Go
८. Casino Games
9. League of Legends
10. Final Fantasy XIV
Record Breaking Online Games –
अब बात करते है, उन गेम्स की जिन्होंने रिकॉर्ड स्थापित किये ऑनलाइन गेमिंग मार्किट में और जो काफी लोकप्रिय रहे है हमेशा ही। भारत में ऑनलाइन गेमिंग करन और उन्हें डाउनलोड के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल गेम बाजार बन चुका है। जब स्मार्टफोन गेम्स पर उपभोक्ता खर्च की बात आती है, तो अमेरिका सबसे ऊपर है। आश्चर्य है कि वे कौन मोबाइल गेम हैं, जो मोबाइल गेमिंग कंपनियों के लिए इस मजबूत विकास और उनको इतना ऊपर लेकर जा रहे है ?
गेमिंग के बारे में आपको जिन चीजों की जानकारी होनी चाहिए ऑनलाइन गेमिंग के जोखिम क्या हैं ? हालाँकि युवाओं के लिए ऑनलाइन गेमिंग के कुछ बेहतरीन लाभ भी हैं, लेकिन कुछ ऐसे जोखिमों से अवगत होना ज़रूरी है जो उनकी भलाई और बुराई आसानी से समझा जा सके। यह हम आपको उन गेम्स की जानकारी दे रहे है, जो हमेशा गेमर्स की पसंद रहे है, इस प्रकार से है :-
- PUBG MOBILE
- Honour of Kings
- Among Us
- Candy Crush Saga
- ROBLOX
- Free Fire
- Ludo King
- Game For Peace
- Minecraft Pocket Edition
- Call of Duty: Mobile
- Fou-G
Privacy and Policy –
किसी भी ऑनलाइन या ऑफलाइन गेम्स को खेलने से पहले उस वीडियो गेम की Privacy and Policy को जरूर पढ़ना चाहिए, जिसमें हमे गेम खेलने के नियम और उसकी योग्यता के बारे में जानकारी मिल सके, जिससे आप गेम और बेहतर तरीके से एन्जॉय कर सके साथ ही और बेहतर परफॉरमेंस गेम के अंदर ला सकते है।
इसमें कई गेम age 18 years old लोगो के लिए ही बनाये जाते है, ताकि वो इन गेम्स के risk को भली भाँती समझ कर ही खेले। साथ ही ऐसा भी देखने में आता है, की कुछ Online Games में यूजर के पैसे से related धोखा-धड़ी भी हो जाती है। इसलिए यदि कोई व्यक्ति ऑनलाइन गेमिंग पसंद करता है, तो उसे चाहिए की वे Privacy and Policy को जरूर अच्छी तरह पड़ ले।
इसीलिए अगर आप किसी गेम में अपना इंट्रेस्ट रखते है तो आप को उस गेम के बारे में सारी जानकारी होनी चाहिए, जिससे आप उस गेम को आसानी से खेल सकते है, जिसमें उस गेम की कुछ खास वातो को समझना होता है।
ऑनलाइन गेम्स के फायदे –
रेस्पांस और IQ में सुधार –
अध्ययनों ने साबित किया है कि वीडियो गेम खेलने से प्लेयर के रेस्पांस सिस्टम और रिफ्लेक्स (reflex) में सुधार होता है। अध्ययनों ने यह भी साबित किया है कि जो लोग नियमित रूप से ऑनलाइन गेम खेलते हैं, उनके ब्रेन की एक्टिविटी में भी सुधार होता है।
ऑनलाइन गेम खेलते वक्त खिलाड़ी को कम समय में क्विक फैसले लेने होते हैं जो प्लेयर्स को तेजी से डिसीजन लेने और उन्हें एक कदम आगे रहने के लिए ट्रेन करता है।
टीम में काम करना सिखाता है –
ऑनलाइन गेमिंग लोगों को यह सिखाती है कि एक टीम और एक यूनिट की तरह काम करना कितना जरूरी है। आजकल अधिकतर गेम्स में एक से ज्यादा प्लेयर्स की जरूरत होती है जिसमें दुनिया भर से लोग खेलते हैं।
इसके चलते, ऑनलाइन वीडियो गेम्स खेलते वक्त लोगों को एक-दूसरे के साथ यूनिटी बनानी होती है, जिससे उन्हें एक साथ और एक टीम की तरह काम करने की स्किल्स सीखने में मदद मिलती है.
कॉग्निटिव फंक्शन को बेहतर करता है –
जब हम किसी स्किल को बार-बार दोहराते हैं तो ब्रेन एक स्ट्रक्चर डेवलप कर लेता है और अपने फंक्शन को सही तरीके से पूरा करने के लिए नए न्यूरल पाथवेज और ट्रांसमीटर बनाता है। गेमर्स को मल्टीटास्किंग करने के लिए लगातार स्क्रीन, अपने हाथों और आंखों के बीच कोर्डिनेशन बनाने की जरूरत होती है।
ऑनलाइन गेम्स के दुष्परिणाम –
हर वक्त ऑनलाइन गेम्स खेलने से बच्चों को हो सकते हैं ये नुकसान –
पेरेंट्स के बीच यह एक डिबेट का टॉपिक है कि Online Gaming एक ऐसी एक्टिविटी है, जिसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए या नहीं। कई प्रोफेशनल रिसर्चर ने यह अध्ययन करने की कोशिश की है कि बच्चों और बड़ों के विकास पर वीडियो गेम का क्या प्रभाव होता है।
हर किसी वीडियो और ऑनलाइन गेम्स का अलग-अलग टारगेट होता है। कुछ गेम्स मनोरंजन के उद्देश्य से बनाए जाते हैं जबकि कुछ रिलैक्सेशन के लिए, वहीं कुछ गेम्स स्टिमुलेटिंग होते हैं और कुछ लर्निंग और ब्रेन डेवलपमेंट के लिए अच्छे होते हैं। हालांकि, सभी गेम बच्चों के लिए अच्छे नहीं होते हैं और उनके विकास पर इन गेम्स के बुरे प्रभाव हो सकते हैं।
सामान्य परेशानियां –
लोग अक्सर वीडियो गेम में इतने फंस जाते हैं कि उन्हें एहसास ही नहीं होता कि वे अपनी लाइफ में और क्या-क्या मिस कर रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि आप बच्चों के लिए एक बाउंड्री सेट करें कि उन्हें कितने समय के लिए गेम खेलना हैं और बाकी समय में क्या काम करना हैं।
स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव –
जो लोग, विशेष तौर पर बच्चे ऑनलाइन गेम खेलने के लिए पूरा समय स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं, वो अपना ज्यादातर समय घर के अंदर ही बिताते हैं और बाहर खेलने नहीं जाते।
इस आदत को लगातार फॉलो करने के कारण बच्चों में कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे पोस्चर खराब होना, विजन लॉस और यहां तक कि ब्रेन डैमेज होने का भी खतरा रहता है।
सोशल आइसोलेशन –
कई बार बच्चे ऑनलाइन गेमिंग से इतना लीन हो जाते हैं कि वो अपने परिवार और पेरेंट्स से दूर होते चले जाते हैं। इस कारण वो खुद को सोशली बेहद आइसोलेट कर लेते हैं और पेरेंट्स के कितना ही कोशिश करने के बाद भी उनके लिए सोशलाइज करना मुश्किल होता है।
इसके अलावा, बच्चे घरेलू कामों, आउटडोर गेम्स और सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने में दिलचस्पी भी खत्म हो जाती है।
सीरीयस हेल्थ कंडीशन –
वीडियो गेम्स की लत लग जाने के कारण Online Gaming के बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर हो सकते हैं। हार्ट अटैक, मोटापा, अवसाद और लत आदि के रिस्क बच्चों में होते हैं। विशेष तौर पर, बच्चों के लिए हेल्थ रिस्क पर मसल्स और स्केलेटल संबंधी डिसऑर्डर हो सकते हैं। ऐसे में पेरेंट्स को सतर्क रहना चाहिए कि उनके बच्चे क्या गेम खेल रहे हैं।
युवाओं के बीच वीडियो गेम बहुत पॉपुलर हैं लेकिन इसे क्रिएटिव तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह उनके लिए अच्छा हो सकता है।
समय की अहमियत खो जाती है –
ऑनलाइन गेमिंग की आदत होने के कारण गेमर्स अपना अधिकतर समय खराब कर देते हैं और यहां तक कि अपनी नींद पर भी ध्यान नहीं देते है। इसके कारण वे जितनी जरूरत होती है, इतनी नींद भी नहीं ले पाते हैं। 7 घंटे से कम नींद लेना आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। इसके अलावा, ऑनलाइन गेम खेलते वक्त गेमर्स को अपने समय की भी अहमियत नहीं होती।
खेल युवाओं को दुनिया की वास्तविकता से भागने की भावना प्रदान कर सकते हैं और कुछ खेलों का सामाजिक पहलू बच्चों को एक समुदाय का हिस्सा महसूस करने में मदद कर सकता है। हालांकि, सही मार्गदर्शन के बिना कि किस खेल को खेलना है या कब खेलना है, बच्चों को कुछ जोखिमों जैसे कि इन-गेम बदमाशी, ऑनलाइन ग्रूमिंग या कुछ चरम मामलों में जुआ खेलने की लत से अवगत कराया जा सकता है।
गेमिंग की लत को विकार के रूप में वर्गीकृत किया गया है –
इन चिंताओं को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने “गेमिंग” सेक्शन के तहत जोड़ दिया है जो ‘व्यसनी व्यवहार के कारण विकार’ (श्रेणी 06) से संबंधित है, जो शराब, ड्रग्स, जुआ से भी संबंधित है। ICD-11 सूची में वीडियो गेमिंग को शामिल करने पर विशेषज्ञों के बीच तीव्र असहमति रही है।
इसके अलावा, यह समझना महत्वपूर्ण है कि डोपामाइन का स्तर जो खेल मस्तिष्क में पैदा करते हैं, वे रासायनिक पदार्थों द्वारा बनाए गए उन लोगों का केवल दसवां हिस्सा होते हैं जो नशे की लत हो सकते हैं। बदलते व्यवहार बच्चों को मादक द्रव्यों के सेवन जैसे रासायनिक वापसी के बजाय नई आदतें बनाने में मदद करते हैं।
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