मोबाइल की बैटरी के बारे में वह सब कुछ जो आपको पता होना चाहिए. ताकी आपको Mobile battery लाइफ ज्यादा लंबी मिल सके।
Mobile इस दुनिया का सबसे अनोखा आविष्कार है, इसकी मदद से हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से आसानी से संपर्क कर सकते हैं. दुनिया में मोबाइल यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ ही इन डिवाइसेज के इस्तेमाल और मेंटेनेंस के तरीकों में वृद्धि हुई है। तो ऐसे में फोन के लिए सबसे महत्वपूर्ण इसकी बैटरी है, जिसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हम आपको Mobile battery से जुड़े इंपॉर्टेंट जानकारी प्रदान करेंगे.
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Mobile battery कैसे काम करती है?
स्मार्टफोन में इस्तेमाल होने वाली लिथियम आयन बैटरी क्यों फटती है, यह जानने से पहले इस बैटरी के काम करने के तरीके को जानना बेहद जरूरी है. Mobile battery में लिथियम का प्रयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि यह काफी हल्का होता है और ज्यादा एनर्जी यानी ऊर्जा स्टोर कर सकता है. इस बैटरी में दो इलेक्ट्रोड होते हैं. एक पर धनावेश (पॉजिटिव चार्ज) वाले आयन होते हैं जिसे कैथोड कहते हैं. इसमें लिथियम भरा होता है. दूसरा इलेक्ट्रोड एनोड कहलाता है जिस पर ऋणावेश (नेगेटिव चार्ज) वाले आयन होते हैं.
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Mobile battery के प्रकार –
बैटरी मुख्य रूप से चार प्रकार की होती है जो लिथियम आयन, निकेल कैडमियम, लिथियम पॉलिमर और निकेल मेटल हाइड्राइड शामिल हैं। इन सभी चार किस्मों में विभिन्न विशेषताएं शामिल हैं और इसे विभिन्न मूल्य दरों पर मशहूर ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्टोर से खरीदा जा सकता है।
Important Battery life Tips in Hindi
As a result इसका इस्तेमाल छोटे बच्चों से लेकर बड़े बूढ़े लोगों तक आज पूरी दुनिया में सभी कर रहे हैं. लेकिन सभी कोई इसका खयाल अच्छे से नहीं रखते इसलिए उनके mobile फ़ोन वक़्त से पहले ही ख़राब हो जाते हैं. Mobile phone का सही इस्तेमाल ना करने से उसका गहरा प्रभाव सबसे पहले बैटरी पर ही पड़ता है, इसलिए अपने mobile फ़ोन का सही तरीके से इस्तेमाल करना बहुत जरुरी है.
Smartphone में सबसे जल्दी ख़राब होने वाली चीज बैटरी ही होती है इसलिए आपको उसकी life को बढ़ाने के लिए अपने smartphone का सही तरीके से rakhna होगा.
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1. Charging करने की habit ठीक रखें
Firstly Charging habit ठीक होनी चाहिए से मेरा मतलब है की आप अपने फ़ोन को कभी भी 0 % तक discharge होने के बाद ही चार्ज में ना लगायें. अगर आपके पास चार्ज करने का टाइम नहीं है और आपका फ़ोन पूरी तरह से discharge हो जाता है तो उसे चार्ज में लगा कर 100 % तक चार्ज होने के लिए ना छोडें, ऐसा करने से आपके फ़ोन का बैटरी जल्दी ख़राब होने लगती है.
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To clarify ऐसा आप महीने में एक बार करेंगे तो आपके बैटरी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा लेकिन अगर यही गलती आप हर दिन करेंगे तो आपकी बैटरी ज्यादा देर तक आपका साथ नहीं दे पायेगी.
Secondly आपको जब कभी भी समय मिले आप तभी अपने फ़ोन को चार्ज में लगा दीजिये फिर चाहे आपका बैटरी 10-15 के लिए चार्ज क्यूँ ना हो. बहुत लोग ऐसा सोचते हैं की अपने mobile को बार बार चार्ज करने से Mobile battery ख़राब हो जाती है पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है.
2. दुसरे चार्जर का इस्तेमाल कर सकते हैं
Secondly बात जो है आपकी बैटरी की life को बचने के लिए तो वो है की आप चार्जर कौनसा use करते हैं. अगर आपका चार्जर slow है और आपके mobile को चार्ज होने में काफी समय लगता है तो आप दुसरे चार्जर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी.
To clarify बस आपको एक चीज़ का ध्यान रखना होगा की आप जो दुसरे चार्जर का इस्तेमाल करेंगे उसका output voltage आपके फ़ोन के चार्जर के output voltage के साथ सामान होना चाहिए. क्यूंकि आपका फ़ोन का circuit उतना ही voltage ले पायेगा जितना उसके चार्जर में दिया होता है, अगर दुसरे चार्जर का voltage ज्यादा होगा तो आपके फ़ोन की बैटरी में short circuit हो सकती है.
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3. महीने में एक बार अपने फ़ोन को पूरा discharge करें
On the other hands जो तीसरी सबसे जरुरी चीज है वो ये है की आप महीने में अपने फ़ोन को एक बार पूरी तरह से discharge कर दें और फिर जा कर उसे full चार्ज करके इस्तेमाल करें. ऐसा करने से बैटरी की life बढ़ जाती है.
For example जैसा मान लीजिये कोई व्यक्ति हर महीने में एक बार अपना blood donate करता है, blood donate करने से आपके blood की जो गन्दगी होती है वो साफ़ हो जाती है जिससे आप हमेसा fit रह सकते हैं ठीक उसी तरह बैटरी के जो cell के पॉवर हैं वो हर दिन बार बार चार्ज और discharge होने से उसके cell का पॉवर कम हो जाता है तो अगर आप महीने में एक बार discharge करके full चार्ज करते हैं तो बैटरी के cell का पॉवर regain हो जाता है.
4. इससे आपका बैटरी जल्दी ख़राब नहीं होता और ज्यादे समय तक टिकता है.
बहुत से लोग ऐसा सोचते हैं की अगर आप अपने फ़ोन को रात भर चार्ज में छोड़ देंगे तो आपकी बैटरी जल्दी ख़राब हो जाएगी पर असल में ऐसा बिलकुल भी नहीं है. Because आज कल market में जो बैटरी आ रही है उसमे एक overcharging का cell लगा हुआ होता है जो आपके फ़ोन में 100 % चार्ज हो जाने के बाद आपका बैटरी और चार्ज Mobile battery नहीं करता.
Because इसकी चिंता आपको करने के बिलकुल भी जरुरत नहीं की आपका फ़ोन over charge हो जायेगा. आज कल सभी android फ़ोन और apple फ़ोन के बैटरी में पहले से ही overcharging protection के साथ ही आ रहा है.
क्या चार्जिंग के समय फोन को इस्तेमाल करने से बैटरी फटती है?
Certainly पिछल सालों में हुई कई घटनाओं में पाया गया है कि फोन तब फटा जब वह चार्जिंग पर लगा हुआ था और उसे इस्तेमाल किया जा रहा था. ऐसे में कई लोगों का मानना है कि फोन को चार्ज करते समय इस्तेमाल करने की वजह से वह फट जाता है.
However, इस तकनीक से जुड़े लगभग सभी जानकार इस बात से इनकार करते हैं. इन लोगों के मुताबिक एक अच्छी कंपनी के फोन के चार्जिंग के समय फटने की वजह यह नहीं हो सकती. इन लोगों के मुताबिक ऐसी घटनाएं होने की संभावना तब बढ़ जाती है, जब लोग अपने मोबाइल में लोकल बैटरी का इस्तेमाल करते हैं. ऐसी ही स्थिति तब भी होती है जब मोबाइल को किसी लोकल चार्जर से चार्ज किया जाता है.
Secondly पिछले सालों में चार्जिंग के समय मोबाइल फटने की जो भी घटनाएं हुईं, उनमें से लगभग सभी में लोकल चार्जर का इस्तेमाल किया जा रहा था. जानकारों के मुताबिक लोकल चार्जर और लोकल बैटरी जरूरी मानकों को पूरा नहीं करते हैं. Above all साथ ही इन्हें कई तरह की टेस्टिंग के बिना ही बाजार में उतार दिया जाता है. ये लोग यह भी बताते हैं कि इनमें बैटरी को ओवर चार्जिंग से बचाने के लिए सेफ्टी का कोई सिस्टम नहीं होता जिससे बैटरी फटने की संभावना बढ़ जाती है.
कई जानकार यह सलाह भी देते हैं कि स्मार्टफोन को हमेशा उसी चार्जर के साथ चार्ज करना चाहिए जो उसके साथ मिला हो. Therefore अगर ऐसा न हो सके तो कम से कम इस बात का ध्यान जरूर रहे कि जो चार्जर आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसकी आउटपुट वोल्टेज और करंट रेटिंग आपके फोन के साथ आए चार्जर से मैच करती हो.
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